कोरोना के खिलाफ जंग में योगी सरकार का बड़ा ऐलान, गौतमबुद्ध नगर में 2 से 12 जुलाई तक होगा घर-घर सर्वे



नोएडा। जिले में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है। बृहस्पतिवार को अभियान के पहले दिन 1532 टीमों ने जिलेभर में 3638 संदिग्धों के नमूने लिए गए, इनमें ट्रू-नेट व एंटीजन किट से हुई जांच में 54 संदिग्ध कोरोना पॉजिटिव मिले, हालांकि आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट में तीन दिन का समय लग सकता है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग पहले ही दिन लक्ष्य पूरा करने में नाकाम साबित हुआ। 

लागातर बढ़ रहे मामले

गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। सैंपलिंग की दर बढ़ाने के लिए शासन ने स्वास्थ्य विभाग को घर-घर सर्वे कर 2 से 12 जुलाई तक विशेष अभियान की शुरुआत करने के निर्देश दिए। बृहस्पतिवार को जिले में अभियान की शुरुआत हो गई है। अभियान को सफल बनाने के लिए 1532 टीमें बनाकर मैदान में उतारा गया है।

कंटेनमेंट जोन के घर-घर में सर्वे

टीमों ने कंटेनमेंट जोन में पहुंचकर घर-घर सर्वे किया तथा संदिग्धों के सैंपल लिए। वहीं, जिला अस्पताल समेत 7 सरकारी जांच केंद्रों पर 40 टीमें अलग से कोरोना जांच में लगाई गई है। इनमें सीएचसी भंगेल, दादरी, बादलपुर व पीएचसी बिसरख, दनकौर, जेवर शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने ट्रू-नेट से 10, आरटी-पीसीआर से 1591 व एंटीजन किट से 2037 संदिग्धों के नमूने लिए। नमूनों की कुल संख्या 3638 रही।

गुरुवार को मिले 54 कोरोना संक्रमित

इनमें 54 संदिग्धों कोरोना संक्रमित मिले, जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन 4000 जांच करने का लक्ष्य दिया गया है, विभागीय टीमें पहले ही दिन लक्ष्य प्राप्त करने में नाकाम रही। सूत्रों के मुताबिक कई जांच केंद्रों पर विभागीय कर्मचारी पकड़-पकड़ भी लोगों को जांच कराने के लिए लेकर आए।

आरटी-पीसीआर जांच को लैब भेजे सैंपल

जिले में आरटी-पीसीआर जांच के लिए तीन सरकारी लैब है। इनमें सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ, ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स और सेक्टर-62 स्थित एनआइबी शामिल है। तीनों लैब की प्रतिदिन कोरोना जांच की क्षमता 900 है।

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